इस दुनिया में सब अकेले आते है,
ऐसा सुना है|
हम कितने लोगो से बाते या दोस्ती करते है,
ऐसा अक्सर देखा है|
हम कितने प्रभावी लोगो हो अपना ideal बनाते है,ऐसा अक्सर होया है|
सबसे मिलके हमेशा ख़ुशी नहीं होती,
कुछ ही हमारे साथ रहते है|
बातें इतनी होती है,
कुछ ही हमें समझ पाते है|
Ideal तो रोज़ बदलते है,
कुछ ही Ideal forever बन पाते है|
ख़ुशी हो या गम, दूर हो या पास,
ढूँढ़ते रह जाते है|जो बातें-आदतें उनकी हमे अच्छी लगी है,
ढूँढ़ते रह जाते है|
इन् कुछ लोगो को हम याद नहीं रख पाते,
ढूँढ़ते-ढूँढ़ते अपने साथ पाते है|
कुछ लोग ख़ास होते है,
उनकी बातें, उनका सानिध्ये, उनका सानिपेये,
सब अच्छे लगते है,
पर जब साथ होते है तो हम समझते नहीं,और जब दूर हो जाते है हम ढूँढ़ते है उन्हें,
फिर भी हमेशा साथ पाते है उन्हें जो हमारे ख़ास होते है|