Wednesday, April 9, 2014

tere pyaar mein

प्यार क्या होता है ? ये मैं नहीं जानता,
फिल्मो में देखा है, पर मैं नहीं मानता।

तेरे से मिलु हूँ जबसे, खुश रहता हूँ,
तेरे से बात करने लगा हूँ जबसे, सोचता रहता हूँ,
क्या करू मैं उस पल से, दिल है की नहीं मानता।

ध्यान करने बैठता हूँ भगवान का, पर चेहरा तेरा ही नज़र आता,
याद करता हूँ भगवान को, पर ख्याल तेरा ही मन में आता,
अगर ये उसकी(भगवान) कृपा मानु , तो कृतज्ञता से सर झुक है जाता,
और अगर ये एक इतफ़ाक मानु, तो भी उसकी का शुक्रिया कर पता।

In english font

pyaar kya hota hai? ye main nahi jaanta,
filmo mein dekha hai, par main nahi maanta.

tere se mila hu jab se, khush raheta hu,
tere se baat karne laga hu jab se, sochta raheta hu,
kya karu main uss pal se, dil hai ki nahi maanta.

dhyaan karne bethta hun bhagwaan ka, par chehra tera hai nazar aata,
yaad karta hun bhagwaan ko, par khayal tera hi man mein aata,
agar ye uski(bhagwaan) kripa maanu, toh krutgyata se sir jhuk hai jaata,
aur agar ye ek itfaak maanu, toh bhi uski ka shukriya kar pata.

2 comments:

  1. अगर ये उसकी(भगवान) कृपा मानु , तो कृतज्ञता से सर झुक है जाता,
    और अगर ये एक इतफ़ाक मानु, तो भी उसकी का शुक्रिया कर पता।

    Super bandhu.....

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  2. Aakhir mera shaqq sahi nikla..banda pyaar me hai... :)

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